एक ऱोज वो सुनेगा
दिल को यक़ीन है इतना
ना हारेगी ये साँसे
कोशिश हो चाहे जितना
माँ ने सिखाया हमको
सच है ये भी उतना
वो परखता है कसौटी पे
उतरते है हम कितना
हारेगे ना हिम्मत
कोई साथ हो न अपना
उम्मीद की लौ को
तुम भी जलाये रखना
जिद्द है ये मेरी उनसे
उनपे ही हक़ है इतना
वो देखता है सबकुछ
अंदाज़े बयां अपना !!
दिल को यक़ीन है इतना
ना हारेगी ये साँसे
कोशिश हो चाहे जितना
माँ ने सिखाया हमको
सच है ये भी उतना
वो परखता है कसौटी पे
उतरते है हम कितना
हारेगे ना हिम्मत
कोई साथ हो न अपना
उम्मीद की लौ को
तुम भी जलाये रखना
जिद्द है ये मेरी उनसे
उनपे ही हक़ है इतना
वो देखता है सबकुछ
अंदाज़े बयां अपना !!
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