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Sunday, August 28, 2016

ये दिल मेरा अपना है

                                        
तेरी गलियों से गुजरना छोड़ दूँ
तो जीयूँ कैसे
सनम ये दिल मेरा अपना है
सज़ा दूँ कैसे

खिड़कियों पे जब मुस्कराते
नज़र जाते हो
उफ़्फ उस पल को इस दिल में
छुपा लूँ कैसे

गीले लटों से टपकती बूँदे
चुरा हाथों में
तेरी खुशबू से साँसों को
बचा लूँ कैसे

                              

तेरी बदनामियाँ ना हो
ख़्याल रखता हूँ
नज़रे चुरा सामने से
गुज़र जाऊँ कैसे

दुसरों से हँस-हँस
कर बातें करते हो
खुद का दिल जलने से
रोक पाऊँ कैसे

देखा करीब से
थोड़े हसीं हो थोड़े नादां भी
किसी की बातों मे आ जाओ
तो बचाऊँ कैसे

                             

प्यार करना जरूरी नहीं
तुम्हारा मुझसे
मुझको बेपनाह है ये
हक़ मैं जताऊ कैसे

वक़्त है सिर्फ दिखावे
और दौलत का
चाँद तारे नज़राने में
मैं लाऊँ कैसे

कम से कम इतना हो
नज़र भर मुहब्बत कर लूँ
छूने की ख़्वाहिश नहीं
तुमसे बताऊँ कैसे

                                 



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